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कैसे करें ब्लोगिंग और उसका SEO जिससे आपकी वेबसाईट हो जाए रैंक

ब्लोगिंग का परिचय

ब्लोगिंग, शब्द जो “वेब लॉग” का संक्षिप्त रूप है, इंटरनेट पर ऑनलाइन पत्रिकाओं या लेखों के रूप में जानी जाती है। यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ लेखकों को अपने विचारों, अनुभवों और सूचनाओं को साझा करने का अवसर मिलता है। ब्लोगिंग की बढ़ती हुई लोकप्रियता मुख्य रूप से इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली स्वतंत्रता और पहुंच के कारण है। चाहे व्यक्ति व्यक्तिगत जानकारी साझा करना चाह रहा हो या व्यावसायिक दृष्टिकोण से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना चाह रहा हो, ब्लॉग लेखन इन दोनों उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा कर सकता है। कैसे करें ब्लोगिंग और उसका SEO जिससे आपकी वेबसाईट हो जाए रैंक

ब्लॉग्स कई प्रकार के होते हैं, जैसे व्यक्तिगत ब्लॉग, व्यावसायिक ब्लॉग, शैक्षिक ब्लॉग, और निचे आधारित (niche) ब्लॉग। व्यक्तिगत ब्लॉग उन लोगों के लिए होते हैं जो अपनी जीवन यात्रा और अनुभवों को साझा करना चाहते हैं। व्यावसायिक ब्लॉग, दूसरी ओर, कंपनियों द्वारा उनकी उत्पादों या सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए उपयोग किए जाते हैं। शैक्षिक ब्लॉग शोध आधारित जानकारी प्रदान करते हैं, जबकि निचे आधारित ब्लॉग किसी विशेष विषय पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जैसे तकनीक, स्वास्थ्य, खाद्य पदार्थ, आदि।

ब्लोगिंग के कई लाभ हैं। व्यक्तिगत दृष्टिकोण से, यह आत्म-अभिव्यक्ति और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है। जबकि व्यावसायिक दृष्टिकोण से, यह ग्राहक संपर्क को बढ़ाता है, ब्रांड की पहचान को मजबूत करता है, और वेबसाइट की ट्रैफ़िक में वृद्धि करता है। संक्षेप में, ब्लोगिंग न केवल शब्दों का एक संग्रह है, बल्कि यह विचारों को संप्रेषित करने और एक संवाद स्थापित करने का शक्तिशाली उपकरण भी है। यही कारण है कि आजकल लोग अपनी दृष्टिकोण और अनुसंधान को साझा करने के लिए ब्लोगिंग की ओर बढ़ रहे हैं।

ब्लॉग बनाने की प्रक्रिया

ब्लॉग शुरू करने के लिए सबसे पहले एक स्पष्ट योजना बनाना आवश्यक है। आपकी योजना में यह तय करना होगा कि आपका ब्लॉग किस विषय पर होगा, और आप किस पाठक तक पहुँच बनाना चाहते हैं। एक बार जब यह तय हो जाए, तो ब्लॉग बनाने की प्रक्रिया के अगले चरण में जाना चाहिए।

ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म का चयन करना महत्वपूर्ण है। प्रमुख प्रमुखता में WordPress, Blogger, और Wix शामिल हैं। WordPress सबसे लोकप्रिय विकल्प है, जिसके कारण इसकी दक्षता और अनुकूलता का ध्यान रखा जाता है। यदि आप तकनीकी ज्ञान में सक्षम हैं, तो WordPress.org एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है। जबकि शुरुआती लोगों के लिए Blogger एक सरल और उपयोगकर्ता-अनुकूल प्लेटफॉर्म हो सकता है।

आपके चुने गए प्लेटफार्म पर एक खाता बनाने के बाद, आपको एक डोमेन नाम चुनना होगा। डोमेन नाम आपकी पहचान का प्रमुख हिस्सा होगा, इसलिए इसे सोच-समझकर चुनना चाहिए। यह सुनिश्चित करें कि नाम आपके ब्लॉग की सामग्री से मेल खाता हो और यादगार हो। डोमेन नाम के बाद, एक होस्टिंग सेवा चुनें, जिसमें आपकी वेबसाइट को ऑनलाइन रखने की क्षमता हो।

अब जब आपके पास एक ब्लॉग और डोमेन नाम है, तो इसके लिए आवश्यक सामग्री तैयार करना सबसे महत्वपूर्ण चरण है। यह सुनिश्चित करें कि आपकी सामग्री गुणवत्तापूर्ण, जानकारीपूर्ण और पाठकों के लिए रोचक हो। एक अच्छा ब्लॉग नियमित रूप से अपडेट किए जाने वाले लेखों से भरा होना चाहिए, जिनमें कीवर्ड और विषयाज़न के अनुसार सामग्री हो। इसके अलावा, संभावित SEO तकनीकों का उपयोग कर आपकी सामग्री को अनुकूलित करना चाहिए जिससे बेहतर रैंक हासिल की जा सके।

एक बार आपकी सामग्री तैयार हो जाने के बाद, उसे अपने ब्लॉग पर प्रकाशित करें। प्रारंभिक चरण में, सामाजिक मीडिया प्लेटफार्मों का प्रयोग करके अपनी सामग्री को साझा करना न भूलें। अच्छे विपणन और SEO की मदद से आपकी वेबसाइट धीरे-धीरे रैंकिंग में सुधार कर सकती है।

कंटेंट की गुणवत्ता

कंटेंट की गुणवत्ता किसी भी ब्लॉग की सफलता के लिए प्रमुख कारक होती है। जब भी कोई नया ब्लॉग शुरू किया जाता है, यह आवश्यक है कि उसमें पाठकों के लिए मूल्यवान सामग्री प्रदान की जाए। उच्च गुणवत्ता वाला कंटेंट न केवल पाठकों का ध्यान आकर्षित करता है, बल्कि उन्हें वापस आने के लिए भी प्रेरित करता है। इस प्रक्रिया में पाठकों की रुचि के अनुसार जानकारी प्रस्तुत करना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

आकर्षक और मूल्यवान कंटेंट तैयार करने के लिए सबसे पहले, आपको अपनी लक्षित ऑडियंस की पहचान करने की आवश्यकता है। जानें कि पाठकों को क्या जानने की आवश्यकता है और उनके प्रश्नों के उत्तर देने वाले विषयों पर ध्यान केंद्रित करें। उपयोगी तथा सूचनात्मक कंटेंट लिखने से आप अपने ब्लॉग को एक विश्वसनीय स्रोत के रूप में स्थापित कर सकते हैं। इसे सुनिश्चित करें कि आपकी सामग्री ने केवल विषय को कवर किया है, बल्कि इसे रोचक एवं प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया है।

ब्लॉग की पठनीयता भी कंटेंट की गुणवत्ता में एक महत्वपूर्ण पहलू है। सुनिश्चित करें कि आपकी लेखन शैली स्पष्ट और सहज हो। कठिन शब्दों और जटिल वाक्यों का उपयोग न करें; सरल और प्रासंगिक भाषा का चयन करें। इसके अलावा, उचित उप-शीर्षक, बुलेट पॉइंट्स और आंकड़े शामिल करने से इसे और अधिक आकर्षक बनाया जा सकता है। यह पाठकों के लिए आपकी जानकारी को समझना और आत्मसात करना आसान बनाता है।

अंत में, एक नियमित परिप्रेक्ष्य में नये और अद्यतन कंटेंट प्रदान करना महत्वपूर्ण है। यह न केवल आपके पाठकों को सक्रिय रखेगा, बल्कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) के लिए भी मददगार होगा। जब आप उत्तम गुणवत्ता की सामग्री प्रदान करते हैं, तो इसका प्रभाव आपके ब्लॉग की रैंकिंग पर निश्चित रूप से पड़ता है।

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) का महत्व

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) आधुनिक डिजिटल मार्केटिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह प्रक्रिया वेबसाइट और ब्लॉग को सर्च इंजनों में बेहतर रैंक दिलाने के लिए लागू की जाती है। उच्च रैंकिंग वेबसाइट्स को अधिक ट्रैफ़िक प्राप्त होता है, जिससे उनकी दर्शक संख्या में भी वृद्धि होती है। SEO का मुख्य उद्देश्य उस सामग्री को प्रगट करना है जो उपयोगकर्ताओं की खोज आवश्यकताओं के अनुरूप हो। इससे उपयोगकर्ताओं को रिपीट विजिटर्स में बदलने और ब्रांड वफादारी को बढ़ाने में भी मदद मिलती है।

SEO का महत्व इस बात में है कि यह आपके ब्लॉग की दृश्यता को बढ़ाता है। अगर आपका कंटेंट सर्च इंजनों के लिए ऑप्टिमाइज्ड नहीं है, तो वह संभावित पाठकों के लिए अदृश्य हो सकता है। बेहतर रैंकिंग के लिए, ब्लॉगर को कीवर्ड रिसर्च, ऑन-पेज ऑप्टिमाइजेशन, और लिंक बिल्डिंग जैसी तकनीकों का उपयोग करना चाहिए। कीवर्ड रिसर्च के माध्यम से सही कीवर्ड्स से संबंधित कंटेंट तैयार किया जाता है, जो कि उपयोगकर्ताओं की खोज प्रवृत्तियों के अनुरूप होता है।

इसके अलावा, ऑन-पेज ऑप्टिमाइजेशन, जैसे कि शीर्षक टैग, मेटा विवरण, और उचित भारतीयता का समावेश, ब्लॉग के SEO को प्रभावी बनाते हैं। ये तत्व सर्च इंजन को आपकी वेबसाइट की सामग्री को समझने में मदद करते हैं। उसी प्रकार, उच्च गुणवत्ता वाली बैकलिंक्स, जो अन्य वेबसाइट्स द्वारा आपकी सामग्री को सन्दर्भित करती हैं, आपकी साइट की विश्वसनीयता को बढ़ाती हैं। इस प्रकार, SEO न केवल आपकी वेबसाइट की पहुंच को बढ़ाता है, बल्कि आपकी सामग्री को अधिक प्रासंगिकता भी प्रदान करता है।

कीवर्ड रिसर्च कैसे करें

कीवर्ड रिसर्च SEO का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जो आपके ब्लॉग की दृश्यता को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सही कीवर्ड का चयन आपकी सामग्री की गुणवत्ता और दिशा को बेहतर बनाने में मदद करता है, जिससे आपकी वेबसाइट की रैंकिंग भी सुधरती है। कीवर्ड रिसर्च के लिए कई टूल्स और तकनीकें उपलब्ध हैं, जो आपको लक्ष्यित ऑडियंस की जरूरतों के अनुसार सही कीवर्ड ढूंढने में सहायता प्रदान कर सकती हैं।

एक सामान्य तरीका है Google Keyword Planner का उपयोग करना, जो आपको कीवर्ड के सर्च वॉल्यूम और कॉम्पिटिशन का डेटा प्रदान करता है। इसके अलावा, अन्य टूल्स जैसे Ahrefs, SEMrush, और Ubersuggest भी उपलब्ध हैं, जो गहन विश्लेषण और कीवर्ड सुझाव प्रस्तावित करते हैं। ये टूल्स आपको बता सकते हैं कि किन कीवर्ड्स पर आपको ध्यान केंद्रित करना चाहिए और आपकी सामग्री की रणनीति कैसे बनानी चाहिए।

एक और उपकारी विधि है प्रतिस्पर्धियों का विश्लेषण। आप उनके ब्लॉग्स या वेबसाइट्स की जाने वाली सामग्री को देखकर जान सकते हैं कि वे किन कीवर्ड्स का उपयोग कर रहे हैं। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आपकी इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा क्या महत्वपूर्ण है और आप किन स्थानों पर सुधार कर सकते हैं।

अंत में, यह सुनिश्चित करें कि आप कीवर्ड्स का चयन करते समय पाठकों की समस्या और जरूरतों का ध्यान रखें। आपकी सामग्री केवल कीवर्ड्स को ध्यान में रखते हुए नहीं होनी चाहिए, बल्कि वह पाठक के लिए मूल्यवान और उपयोगी होनी चाहिए। इस तरह, उचित कीवर्ड रिसर्च से न केवल आपके ब्लॉग की रैंकिंग बढ़ेगी, बल्कि यह आपके पाठकों के लिए भी एक सकारात्मक अनुभव प्रदान करेगा।

ऑन-पेज SEO तकनीकें

ऑन-पेज SEO तकनीकें किसी भी ब्लॉग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ये तकनीकें आपकी वेबसाइट की रैंकिंग और दृश्यता को बढ़ाने में मदद करती हैं। इनमें सबसे पहले मेटा टैग्स का उपयोग होता है। मेटा टैग्स, जैसे कि शीर्षक टैग और मेटा विवरण, आपके ब्लॉग के विषय का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हैं। इन टैग्स को सही तरीके से भरने से न केवल सर्च इंजन को जानकारी मिलती है, बल्कि यह पाठकों को भी आपके कंटेंट में दिलचस्पी देने में सहायता करता है। शीर्षक टैग में प्रासंगिक कीवर्ड्स का शामिल होना आवश्यक है।

इसके बाद, हेडिंग्स का सही उपयोग भी आवश्यक है। H1, H2, H3 टैग्स का सही क्रम में उपयोग करना महत्वपूर्ण है। H1 टैग मुख्य शीर्षक के लिए होता है, और इसके बाद H2 और H3 टैग्स का उपयोग उपशिरोनामों के लिए किया जाता है। यह न सिर्फ कंटेंट को संरचित बनाता है, बल्कि सर्च इंजन को समझने में भी मदद करता है कि आपकी सामग्री किस विषय पर केंद्रित है। विषय से संबंधित कीवर्ड्स का उपयोग इन हेडिंग्स में करना एक सर्वोत्तम प्रथा है।

इमेज ऑप्टिमाइजेशन भी ऑन-पेज SEO का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। छवियों का सही फ़ाइल नाम और वैकल्पिक टेक्स्ट सुनिश्चित करें। इससे सर्च इंजन को यह समझने में सुविधा होती है कि आपकी छवियाँ किस विषय से संबंधित हैं। इसके अलावा, इमेज का आकार भी महत्वपूर्ण है; बड़े फ़ाइल आकार तेजी से लोडिंग को बाधित कर सकते हैं, जिससे उपयोगकर्ता अनुभव पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

इस प्रकार, ऑन-पेज SEO तकनीकें आपके ब्लॉग को सर्च इंजनों में रैंक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। सही ढंग से कार्यान्वयन आपके कंटेंट की गुणवत्ता को बढ़ाता है और यूजर इंगेजमेंट भी बेहतर करता है।

बैकलिंक्स और उनकी भूमिका

बैकलिंक्स, जिन्हें आउटबाउंड लिंक भी कहा जाता है, उन लिंक को संदर्भित करते हैं जो किसी अन्य वेबसाइट द्वारा आपकी वेबसाइट पर स्थापित किए जाते हैं। ये लिंक सर्च इंजन द्वारा आपकी वेबसाइट की विश्वसनीयता और प्राधिकरण का संकेत मानते हैं। सरल भाषा में, यदि अन्य उच्च गुणवत्ता वाली वेबसाइटें आपकी सामग्री को संदर्भित करती हैं, तो यह संकेत देता है कि आपकी वेबसाइट पर अच्छा और उपयोगी सामग्री है। इस कारण, बैकलिंक्स SEO रणनीतियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाते हैं।

बैकलिंक्स प्राप्त करने के लिए, विभिन्न रणनीतियाँ अपनाई जा सकती हैं। सबसे पहले, उच्च गुणवत्ता वाली, जानकारीपूर्ण और साझा करने योग्य सामग्री बनाना आवश्यक है। जब आपकी सामग्री उपयोगकर्ताओं के लिए मूल्यवान होती है, तो अन्य वेबसाइटें इसे लिंक करने की अधिक संभावना रखती हैं। इसके अलावा, आप अन्य ब्लॉगर्स या वेबसाइटों के साथ सहयोग कर सकते हैं, जिससे आप उनकी वेबसाइट पर अपनी लिंक पेश कर सकते हैं। विशेष रूप से, यदि आप गेस्ट ब्लॉगिंग का सहारा लेते हैं, तो यह आपके बैकलिंक्स बनाने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है। चूंकि गेस्ट ब्लॉगिंग में आपको किसी और की वेबसाइट पर अपनी सामग्री साझा करने का अवसर मिलता है, तो इससे आपको महत्वपूर्ण बैकलिंक्स बनाने में मदद मिलती है।

बैकलिंक्स की गुणवत्ता और मात्रा, दोनों ही आपकी वेबसाइट के रैंकिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सर्च इंजन, विशेष रूप से Google, बैकलिंक्स की संख्या का आकलन नहीं करते हैं, बल्कि उनकी गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इसलिए, उच्च प्राधिकृत वेबसाइटों से प्राप्त बैकलिंक्स आपकी रैंकिंग को बेहतर बनाने में अत्यधिक सहायक हो सकते हैं। इसीलिए, बैकलिंक्स को प्राप्त करने की किसी भी प्रक्रिया में, गुणवत्ता और प्रासंगिकता पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है।

सोशल मीडिया का उपयोग

आज के डिजिटल युग में, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ब्लॉगिंग की दुनिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन प्लेटफार्म्स का सही तरीके से उपयोग करने से ब्लॉग की पहुंच और ट्रैफिक में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है। सोशल मीडिया वेबसाइट्स जैसे कि फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और लिंक्डइन ब्लॉगर्स के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करते हैं जहां वे अपने विचारों और पोस्ट्स को प्रचलित कर सकते हैं।

सबसे पहले, सोशल मीडिया के माध्यम से अपने ब्लॉग का प्रचार करने के सफल तरीकों में नियमित पोस्टिंग शामिल है। आपके पाठकों को आपकी नई सामग्री के बारे में सचेत करने के लिए आपकी पोस्ट को शेयर करना आवश्यक है। साथ ही, पाठकों की सहभागिता बढ़ाने के लिए प्रश्न पूछना, पोल आयोजित करना, और टिप्पणियों का उत्तर देना भी महत्वपूर्ण है। जब पाठक सोशल मीडिया पर आपकी सामग्री पर प्रतिक्रियात्मक होते हैं, तो यह आपके ब्लॉग के प्रति उनकी रुचि को बढ़ाता है। यही नहीं, पाठकों के साथ संबंध बनाना भी एक दीर्घकालिक दृष्टिकोण है।

इसके अलावा, विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स का विशिष्ट उपयोग भी आवश्यक है। उदाहरण के लिए, इंस्टाग्राम में गुणवत्तापूर्ण चित्रों और वीडियो का उपयोग करके दृष्टिगत आकर्षण बढ़ाया जा सकता है, जबकि ट्विटर पर संक्षिप्त और स्पष्ट संदेशों के माध्यम से ताज़ा जानकारी और तात्कालिकता पैदा की जा सकती है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी सामग्री सही दर्शकों तक पहुँचे, हैशटैग का सही और समझदारी से उपयोग भी करें। आपकी ब्लॉग का प्रचार करने के लिए सही श्रेणी के हैशटैग का चयन ट्रैफ़िक बढ़ाने और नए पाठकों को आकर्षित करने में सहायक हो सकता है।

अंततः, एक सक्रिय और उत्पादक सोशल मीडिया उपस्थिति बनाने से न केवल ट्रैफ़िक बढ़ाने में मदद मिलेगी, बल्कि यह आपको एक कम्यूनिटी भी निर्माण करने में सहायता करेगा, जहाँ पाठक, आपके लिए एक विश्वसनीय स्रोत की तरह मौजूद रहेंगे। इस पर नजर रखने से ब्लॉग के विकास में स्थिरता बनी रहेगी।

निष्कर्ष और आगे की रणनीतियाँ

ब्लोगिंग और एसईओ के क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास, अनुशासन और रणनीतिक योजना आवश्यक होती है। जब हम ब्लॉग बनाते हैं, तो हमें केवल सामग्री तैयार करने का ध्यान नहीं रखना चाहिए, बल्कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) के सिद्धांतों को भी अपनाना चाहिए। यह न केवल आपकी वेबसाइट की दृश्यता में सुधार करेगा, बल्कि आपके पाठकों के अनुभव को भी बेहतर करेगा।

इस प्रक्रिया में, उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री बनाना सर्वोपरि है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपकी सामग्री उपयोगकर्ताओं के लिए मूल्यवान है, आपको उनकी आवश्यकताओं और रुचियों को समझना होगा। उचित कीवर्ड रिसर्च और उनका सही उपयोग आपके लेख को बेहतर रैंकिंग में मदद करेगा। नियमित रूप से अपनी सामग्री को अपडेट करना और नई जानकारी प्रदान करना भी महत्वपूर्ण है, ताकि आपकी साइट सक्षम और प्रासंगिक बनी रहे।

अगले स्तर पर बढ़ने के लिए, सोशल मीडिया पर अपनी ब्लॉग सामग्री को साझा करना एक प्रभावी रणनीति हो सकती है। यह न केवल आपकी सामग्री के लिए ट्रैफ़िक बढ़ाता है, बल्कि आपकी ऑडियंस को बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके अलावा, अन्य ब्लॉगर्स और वेबसाइटों के साथ सहयोग करना, जैसे कि गेस्ट पोस्टिंग, आपको व्यापक दर्शकों तक पहुंचने का अवसर प्रदान करता है।

अंत में, अपने ब्लॉग की प्रगति को लगातार मॉनिटर करना और विभिन्न एनालिटिक्स टूल का उपयोग करना आपको अपने सुधार के क्षेत्र पहचानने में मदद कर सकता है। अनुकूलक और निरंतर सीखने की भावना के साथ, आप अपनी ब्लॉगिंग यात्रा में नए आयाम जोड़ सकते हैं। ये सभी रणनीतियाँ मिलकर आपके ब्लॉग को सफल बनाने और उसे उच्च रैंकिंग दिलाने में सहायक होंगी।

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Finance Money Adminhttp://financemoney.info
भारतीय मीडिया (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व डिजिटल मीडिया) जगत मे 14 वर्षो का अनुभव साथ ही वर्ष 2016 से अपनी खुद की डिजिटल मीडिया कंपनी चलाने का अनुभव । विभिन्न विषयो पर अच्छी जानकारी ख़ासकर फाईनेंस व डिजिटल मार्केटिंग मे महारथ हासिल है । जिनमे financemoney.info भी एक हिस्सा है और पाठको पूरा रिसर्च सहित जानकारी प्राप्त हो इसलिए खुद हर पोस्ट को बारीकी से जाँचते हैं।

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