अब बेरोजगारो के लिए भी क्रेडिट कार्ड! Now credit card for unemployed also
जब आप अपने दिमाग मे क्रेडिट कार्ड (Credit Card) के बारे मे सोचते हैं तो सबसे पहले आपके दिमाग मे यही आता है कि यह सुविधा तो सिर्फ नौकरी(Job) पेशा लोगो के लिए है और आप हताश हो जाते हैं कि आपको कोई भी बैंक(Bank) क्रेडिट कार्ड(Credit Card) नहीं देगा लेकिन अब हम आपको बता रहे हैं कि इसके लिए यानि क्रेडिट कार्ड (Credit Card) अप्लाई(Apply) करने के लिए आपको किसी भी नौकरी,सैलरी स्लिप (Salary Slip) जिसे इनकम प्रूफ(Income Proof) भी कहते हैं ऐसा कुछ भी नहीं देना पड़ेगा और आपको घर बैठे मनचाहा क्रेडिट कार्ड (Credit Card) मिल जाएगा । चौक गए ना आप जी हाँ आगे हम आपको इसकी पूरी प्रक्रिया(Process) बताने जा रहे हैं । जिससे आप क्रेडिट कार्ड (Credit Card) बना पाएंगे और साथ ही अपना सीबिल(CBIL) भी 750 से अधिक कर पाएंगे ! अब बेरोजगारो के लिए भी क्रेडिट कार्ड! Now credit card for unemployed
परिचय
भारत में वित्तीय प्रबंधन के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें फिक्स्ड डिपॉज़िट (FD) और क्रेडिट कार्ड शामिल हैं। FD एक सुरक्षित निवेश उपकरण है, जो व्यक्ति को निश्चित अवधि के लिए अपने धन को बैंक में जमा करने की अनुमति देता है। इसके विपरीत, क्रेडिट कार्ड एक महत्वपूर्ण वित्तीय उपकरण है, जिसका उपयोग व्यक्ति अपने खर्चों को पूरा करने के लिए करते हैं, भले ही उनकी वर्तमान आय स्थिर न हो।
FD के माध्यम से क्रेडिट कार्ड(Credit Card) प्राप्त करने की प्रक्रिया कई व्यक्तियों के लिए एक आकर्षक विकल्प बन गई है, खासकर उन लोगों के लिए जो स्थायी नौकरी या नियमित आय नहीं रखते। ऐसे लोग जिन्हें नौकरी नहीं है या जो ऐसे क्रेडिट कार्ड(Credit Card) के लिए योग्य नहीं हैं जिनके लिए साधारण आय प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है, FD की सहायता से अपनी क्रेडिट कार्ड आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं। बैंक(Bank) अक्सर FD धारकों को क्रेडिट कार्ड(Credit Card) प्रदान करने में प्राथमिकता देते हैं, क्योंकि वे अपने आप को सुरक्षित मानते हैं।
इस प्रक्रिया में, व्यक्ति FD के माध्यम से एक निश्चित राशि जमा करता है, जो उसे एक निश्चित अवधि के लिए अपने बैंक में लॉक करना पड़ता है। इसके बाद, व्यक्ति को उस राशि के एक प्रतिशत के बराबर क्रेडिट लिमिट मिल सकती है। यह तरीका उन लोगों के लिए भी लाभकारी है, जिन्हें नौकरी या नियमित आय के प्रमाण की कमी के कारण पारंपरिक क्रेडिट कार्ड नहीं मिल पा रहे हैं। FD के माध्यम से क्रेडिट कार्ड प्राप्त करना न केवल सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि वित्तीय सुरक्षा के लिए एक रास्ता भी बनाता है। इसके माध्यम से, क्रेडिट कार्ड बिना नौकरी वाले लोगों लिए एक संभावित वित्तीय समाधान बन जाता है।
FD क्या है?
FD, या फिक्स्ड डिपॉजिट(Fix Deposit), एक वित्तीय निवेश(Investment) की विधि है जिसमें आप अपने पैसे को एक निश्चित अवधि के लिए एक बैंक(Bank) या वित्तीय संस्थान में जमा करते हैं। इस अवधि के दौरान, आपका पैसा सुरक्षित रहता है और इसके बदले आपको ब्याज की मात्रा प्राप्त होती है। FD के लिए न्यूनतम और अधिकतम जमा की सीमा होती है, जिन्हें ग्राहकों की आवश्यकताओं के अनुसार चुनने की स्वतंत्रता होती है। इससे निवेशक को निश्चित और सुरक्षित रिटर्न(Safe Return) मिलने की संभावना होती है।
FD के अनेक लाभ होते हैं। सबसे पहले, यह निवेश बिना किसी बाजार जोखिम के होता है, क्योंकि बैंक द्वारा आपकी राशि पर निश्चित ब्याज दर निर्धारित की जाती है। इसके अलावा, FD की ब्याज दर आमतौर पर अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में अधिक होती है, जिससे आपको अधिक आय प्राप्त हो सकती है। FD पर ब्याज मिलने का तरीका साधारणत: quarterly, yearly या maturity पर होता है। ऐसे में, यह रणनीतिक रूप से लंबी अवधि के लिए अपने धन को लॉक करने का एक सही तरीका होता है।
हालांकि, FD के साथ कुछ जोखिम भी जुड़े हैं। सबसे महत्वपूर्ण यह है कि यदि आप फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि से पहले राशि निकासी करते हैं, तो आपको एक पेनल्टी के रूप में ब्याज की हानि हो सकती है। इसके अलावा, मुद्रास्फीति की स्थिति में, आपकी FD की वास्तविक आय में कमी आ सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि निवेशक अपनी वित्तीय स्थिति और जरूरतों का अच्छी तरह से आकलन करें। संभवित रूप से, अगर आप बिना नौकरी के हैं या आपकी सैलरी नहीं है, तो FD एक अन्य साधन हो सकता है जिससे आप क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया के लिए आधार बना सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड क्या है? What is Credit Card ?
क्रेडिट कार्ड(Credit Card) एक वित्तीय उपकरण है, जिसे बैंक(Bank) या वित्तीय संस्थान द्वारा जारी किया जाता है, जिससे किसी व्यक्ति को सीमित राशि तक ऋण का उपयोग करने की अनुमति मिलती है। वेहेन लोग क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते हैं, वे उधार पर खर्च कर रहे होते हैं, जिसका भुगतान बाद में बैंक को किया जाता है। इसके अंतर्गत, प्राप्त व्यक्ति को एक विशेष क्रेडिट लिमिट दी जाती है, जिसके तहत वे खरीदारी कर सकते हैं। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए उपयुक्त है, जिनके पास आय का नियमित स्रोत नहीं होता, जैसे कि व्यक्ति जो बेरोज़गार हैं और जो बिना नौकरी के भी क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड(Credit Card) का उपयोग बहुत से फायदों के साथ आता है। सबसे पहले, यह छोटी-छोटी आपात स्थितियों में वित्तीय सहारा देता है। साथ ही, ऐसे कार्ड के माध्यम से की गई खरीददारी पर कैशबैक, रिवॉर्ड प्वाइंट्स, और विभिन्न डिस्काउंट्स का लाभ भी मिलता है। इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड स्वीकृत करने की प्रक्रिया में आमतौर पर अधिक कागजी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं होती, जो बिना वेतन पर्ची वाले या स्थायी नौकरी न रखनेवाले व्यक्तियों के लिए सहायक हो सकता है।
उपलब्ध क्रेडिट कार्ड(Credit Card) में से कुछ ऐसे होते हैं, जो सैलरी या स्थायी आय के प्रमाण की आवश्यकता को समाप्त करते हैं। ऐसे क्रेडिट कार्ड की प्रक्रिया में, मानक प्रक्रियाएं अपनाई जाती हैं। इसके तहत, आवेदक को अपनी वित्तीय स्थिति का विवरण देना होता है, और कुछ मामलों में, उन्हें गारंटर या सहायक पर्सन प्रस्तुत करना पड़ सकता है। इसके आलवा, आवेदक की क्रेडिट हिस्ट्री और अन्य कारकों को भी ध्यान में रखा जाता है।
FD के द्वारा क्रेडिट कार्ड के लाभ
भारत में FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) के माध्यम से क्रेडिट कार्ड प्राप्त करना कई लाभों के साथ जुड़ा है। सबसे पहले, FD रखने वाले व्यक्ति को सामान्यतः न्यूनतम डॉक्यूमेंटेशन की आवश्यकता होती है, जिससे क्रेडिट कार्ड पाने की प्रक्रिया सरलता से संपन्न होती है। इसके अतिरिक्त, जिन व्यक्तियों के पास नियमित आय या वेतन न हो, उनके लिए यह एक प्रभावी विकल्प है, क्योंकि वे क्रेडिट कार्ड बिना नौकरी(Credit card without Job) के भी हासिल कर सकते हैं।
एक अन्य महत्वपूर्ण लाभ यह है कि FD के आधार पर एक व्यक्ति को दिए जाने वाले क्रेडिट कार्ड की ब्याज दर अक्सर कम होती है। बैंक आमतौर पर अपने ग्राहकों को सुनहरे हिरन में FD की राशि का एक प्रतिशत उनकी क्रेडिट लिमिट के रूप में प्रदान करते हैं। इस प्रकार, उच्च एफडी रखें वाले ग्राहकों को बहुत अधिक क्रेडिट लिमिट प्राप्त हो सकती है, जो कि अस्थायी वित्तीय कठिनाइयों के समय फायदेमंद होती है। ऐसे लोग, जो क्रेडिट कार्ड बिना सैलरी स्लिप(Credit card without Salary Slip) के आवेदन कर रहे हैं, उनके लिए FD एक सुरक्षात्मक बैकअप प्रदान करता है।
FD से प्राप्त क्रेडिट कार्ड के अन्य फायदे भी हैं जैसे कि कम शुल्क, विशेष ऑफ़र और कई बैंक फेस्टिवल्स में आकर्षक रिवॉर्ड प्वाइंट्स। बैंकों द्वारा यह भी देखा जाता है कि ग्राहक की FD का स्तर कितना है, और इसके आधार पर वे उन्हें पेशेवर करियर न होने पर भी गोल्डन या प्रीमियम क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराते हैं। FD से प्राप्त क्रेडिट कार्ड के अन्य फायदे भी हैं जैसे कि कम शुल्क, विशेष ऑफ़र और कई बैंक फेस्टिवल्स में आकर्षक रिवॉर्ड प्वाइंट्स। बैंकों द्वारा यह भी देखा जाता है कि ग्राहक की FD का स्तर कितना है, और इसके आधार पर वे उन्हें पेशेवर करियर न होने पर भी गोल्डन या प्रीमियम क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराते हैं। यह बात विशेष रूप से बिना नौकरी के लोग (Unemployment Person) या बेरोजगार व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है।इस प्रकार, FD के माध्यम से क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने के कई लाभ हैं, जो उपभोक्ताओं को अपनी वित्तीय जरूरतों के लिए उचित सहायता प्रदान कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड के लिए FD की आवश्यकताएँ
भारत में क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने के लिए अगर आपके पास स्थायी आय का कोई स्त्रोत नहीं है, तो एक निश्चित जमा (FD) आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। बैंक द्वारा FD के माध्यम से क्रेडिट कार्ड जारी करने की प्रक्रिया में कुछ आवश्यकताएँ होती हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है। सबसे पहले, FD की न्यूनतम राशि बैंक के द्वारा निर्धारित की जाती है। यह न्यूनतम राशि विभिन्न बैंकों में भिन्न हो सकती है, लेकिन सामान्यतः 25,000 से 50,000 रुपये के बीच होती है।
FD की अवधि भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। अक्सर, बैंकों द्वारा क्रेडिट कार्ड के लिए FD की न्यूनतम अवधि एक वर्ष होती है। इस अवधि के दौरान, आपकी जमा राशि लॉक रहती है, जिससे बैंक को सुविधा होती है कि वह आपकी FD को सुरक्षा राशि के रूप में उपयोग कर सके। FD के द्वारा प्राप्त क्रेडिट कार्ड की सीमा भी आपके द्वारा जमा की गई राशि पर निर्भर करती है, और यह आमतौर पर आपके FD के 80-90% के बीच होती है।
इसके अलावा, विभिन्न प्रकार के खातों पर FD करने के लिए क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध होती है। नियमित बचत खातों, चालू खातों, और अन्य प्रकार के विशेष खातों के द्वारा FD बनाने पर भी आप क्रेडिट कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। यह उन व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है, जिन्हें नौकरी नहीं है या जिनके पास वेतन का कोई प्रमाण नहीं है, जैसे कि वेतन पर्ची। इस प्रकार, FD का उपयोग करते हुए, बेरोजगार व्यक्तियों के लिए क्रेडिट कार्ड का विकल्प सुनिश्चित किया जा सकता है।
क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कैसे करें? How to Apply a credit card ?
क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करना एक सरल प्रक्रिया है, लेकिन इसके लिए आवश्यक शर्तों और दस्तावेजों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। यदि आपके पास नौकरी नहीं है या आप अपनी आय का प्रमाण प्रदान नहीं कर सकते हैं, तो फिर भी आप क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। पहले चरण में, आपको अपने लिए उपयुक्त बैंक या वित्तीय संस्थान का चयन करना चाहिए, जो ऐसे क्रेडिट कार्ड प्रदान करते हैं जो बिना नौकरी, या बिना सैलरी स्लिप के लिए स्वीकार करते हैं।
इसके बाद, आपको आवेदन पत्र को भरने की आवश्यकता होगी। अधिकांश बैंक ऑनलाइन आवेदन सेवा प्रदान करते हैं, जिससे आप अपने घर बैठे ही आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पत्र में आपकी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे कि नाम, जन्मतिथि, पते, और संपर्क नंबर भरना आवश्यक है। यदि आप एक बेरोजगार व्यक्ति हैं, तो कुछ बैंकों के पास विशेष योजनाएं हैं, जिनमें आप आय का प्रमाण प्रदर्शित किए बिना भी आवेदन कर सकते हैं।
इसके बाद, आवश्यक दस्तावेजों को जमा करना होगा। इसमें पहचान प्रमाण, पते का प्रमाण, और अन्य किसी वित्तीय स्थिति का विवरण शामिल हो सकता है। आपात स्थिति में, कुछ बैंकों को आपके लिए कोई निश्चित आय प्रमाण की आवश्यकता नहीं हो सकती है। इसके अलावा, अपने क्रेडिट स्कोर की जांच करें, क्योंकि यह आपके आवेदन स्वीकृति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर होना आपको क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने में मदद कर सकता है, भले ही आप नौकरी न करते हों।
इस प्रक्रिया के अंत में, आवेदन फॉर्म को बैंक के पास जमा करें और अपने आवेदन की स्थिति के लिए इंतजार करें। आपके दस्तावेज़ों की जांच के बाद, यदि सभी जानकारी सही है, तो आपको क्रेडिट कार्ड प्रदान किया जाएगा।
FD और क्रेडिट कार्ड का संयोजन
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और क्रेडिट कार्ड का संयोजन एक आकर्षक विकल्प हो सकता है, खासकर उन व्यक्तियों के लिए जिन्होंने वर्तमान में नौकरी नहीं की हो या जिनकी वेतन की स्थिति स्थिर नहीं है। विशेष रूप से, अगर कोई भी व्यक्ति क्रेडिट कार्ड बिना नौकरी के हासिल करना चाहता है, तो FD एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस मामले में, FD को सुरक्षा के रूप में उपयोग किया जाता है, जो बैंक को यह आश्वस्त करता है कि व्यक्ति के पास वैध संपत्ति है।
एक क्रेडिट कार्ड बिना सैलरी या सैलरी स्लिप के प्राप्त करना हमेशा संभव नहीं होता, लेकिन जब कोई व्यक्ति FD खोलता है, तो बैंकों को यह स्पष्ट होता है कि ग्राहक की वित्तीय स्थिति आत्मनिर्भर है। इस प्रकार, FD की राशि क्रेडिट लिमिट के रूप में स्थापित की जा सकती है। यदि आप एक बेरोजगार व्यक्ति हैं और फिर भी क्रेडिट कार्ड प्राप्य करने का इरादा रखते हैं, तो FD का विकल्प आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है। ऐसे व्यक्ति आमतौर पर डिफॉल्ट से मुक्त होते हैं, और इसकी सुरक्षा बैंकों के लिए एक सकारात्मक संकेत देती है।
डीपॉजिट पर अदा की जाने वाली ब्याज दर आपके FD के प्रवाह को बनाए रखती है, जबकि आप क्रेडिट कार्ड की सुविधाओं का भी लाभ उठा सकते हैं। यह संयोजन आपकी वित्तीय स्थिरता को सुदृढ़ करता है। आपको पर्याप्त ध्यान देने की आवश्यकता है कि आपकी FD को सुरक्षित रखने के साथ-साथ सही तरीके से क्रेडिट कार्ड का उपयोग किया जाए, ताकि आपको किसी भी वित्तीय संकट का सामना न करना पड़े।
इस प्रकार, FD और क्रेडिट कार्ड का सामंजस्यपूर्ण संयोजन उन लोगों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है, जो अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाना चाहते हैं, भले ही वे कोई नियमित आय न भी प्राप्त कर रहे हों।
सावधानियाँ और चुनौतियाँ
जब भारत में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के माध्यम से क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया को समझा जाता है, तो कुछ सावधानियों और संभावित चुनौतियों का ध्यान रखना आवश्यक होता है। सबसे पहले, यदि किसी के पास नियमित आय नहीं है, जैसे कि बेरोजगार व्यक्तियों के लिए, तो उन्हें “क्रेडिट कार्ड बिना नौकरी” जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। कई बैंक ऐसे मामलों में कड़ी शर्तें लागू कर सकते हैं, क्योंकि उन्हें क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए आवेदक की भुगतान क्षमता की कल्पना करनी होती है।
दूसरी चुनौती यह है कि फिक्स्ड डिपॉजिट की राशि पर्याप्त होनी चाहिए। कुछ वित्तीय संस्थान इस बात पर ध्यान देते हैं कि डिपॉजिट की राशि उनके द्वारा निर्धारित न्यूनतम सीमा से अधिक हो ताकि क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया जा सके। इसके अलावा, चूंकि कई व्यक्ति “क्रेडिट कार्ड बिना सैलरी” या “क्रेडिट कार्ड बिना सैलरी स्लिप” की स्थिति में हैं, उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी FD की स्थिति और स्टेटमेंट सभी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।
धारक अक्सर यह सोचते हैं कि FD की मदद से क्रेडिट कार्ड प्राप्त करना आसान है, लेकिन प्रक्रिया में दिक्कतें आ सकती हैं। आस्थाएँ और ब्लैकलिस्टिंग जैसी समस्याएँ भी चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं, विशेष रूप से जब कोई व्यक्ति पहले से ही किसी वित्तीय समस्या का सामना कर रहा हो। इसके अलावा, यह समझना भी महत्वपूर्ण है कि FD पर प्राप्त ब्याज दरें उन्हें अतिरिक्त सुरक्षित राशि प्रदान करती हैं, लेकिन उन्हें व्यक्तिगत खर्चों पर ध्यान देना चाहिए ताकि वे बैंक से निर्धारित क्रेडिट लिमिट का उपयोग कर सकें।
इन समस्याओं को पार करने के लिए, व्यक्तियों को अपने फाइनेंशियल प्लानिंग पर ध्यान देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे सभी आवश्यक दस्तावेज सही तरीके से पेश कर सके। अंततः, FD के माध्यम से क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने की प्रक्रिया में सावधानी और उचित योजना बनाकर सफलता प्राप्त की जा सकती है।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने भारत में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के माध्यम से क्रेडिट कार्ड बनाने की प्रक्रिया की विस्तार से चर्चा की है। एफडी को एक सुरक्षित साधन के रूप में देखा जाता है, जो बेरोजगार व्यक्तियों या जिनके पास स्थायी वेतन नहीं है, उनके लिए भी क्रेडिट कार्ड प्राप्त करने की एक वैकल्पिक विधि प्रस्तुत करता है। ऐसे व्यक्तियों के लिए, जो ‘क्रेडिट कार्ड बिना नौकरी’ या ‘क्रेडिट कार्ड बिना वेतन’ की संभावनाओं की तलाश कर रहे हैं, एफडी एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते समय, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध हों, विशेष रूप से जब आप ‘क्रेडिट कार्ड बिना सैलरी स्लिप’ के लिए आवेदन कर रहे हों। एफडी धारक होने के नाते, आप अपनी वित्तीय स्थिति को प्रमाणित कर सकते हैं, जिससे बैंक या वित्तीय संस्थानों के लिए यह निर्णय लेना आसान होगा कि वे आपको क्रेडिट कार्ड जारी करें या नहीं। यह प्रक्रिया न केवल आपकी क्रेडिट योग्यताओं को बढ़ाती है, बल्कि आपको अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाने में भी मदद करती है।
यदि आप बेरोजगार हैं या आपके पास सामान्य वेतन नहीं है, तो यह सलाह दी जाती है कि आप अपने फिक्स्ड डिपॉजिट का उपयोग करके अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करें। सकारात्मक वित्तीय व्यवहार और स्वच्छ क्रेडिट हिस्ट्री आपको भविष्य में ज्यादा लाभ एंव बेहतर क्रेडिट कार्ड के विकल्प दिला सकती है।
अतः, यह स्पष्ट है कि एफडी के द्वारा क्रेडिट कार्ड प्राप्त करना उन व्यक्तियों के लिए एक सहायक और संभावित विधि है, जो अपनी आय को स्थिर नहीं मानते हैं या उन्हें पारंपरिक माध्यमों से क्रेडिट कार्ड नहीं मिल पा रहा है। इसे अपनाकर आप न केवल अपनी वित्तीय स्थिति को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि आगे बढ़ने के लिए बेहतर वित्तीय अवसर भी हासिल कर सकते हैं।
हम आशा करते हैं आपको FD से प्राप्त क्रेडिट कार्ड के अन्य फायदे भी हैं जैसे कि कम शुल्क, विशेष ऑफ़र और कई बैंक फेस्टिवल्स में आकर्षक रिवॉर्ड प्वाइंट्स। बैंकों द्वारा यह भी देखा जाता है कि ग्राहक की FD का स्तर कितना है, और इसके आधार पर वे उन्हें पेशेवर करियर न होने पर भी गोल्डन या प्रीमियम क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराते हैं। यह बात विशेष रूप से बिना नौकरी के लोग (Unemployment Person) या बेरोजगार व्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण है।
इस लेख (Article) से आपको पता चल गया होगा कि कैसे आप आसानी से क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं एयर आपको क्रेडिट कार्ड मिल सकता है ।
यह भी पढ़ें – साल 2024 मे भारत में प्रॉपर्टी निवेश के अवसर
यह भी पढ़ें – क्या है मुद्रा लोन और कैसे करें आवेदन? किस-किस को मिल सकता है यह लोन?
यह भी पढ़ें – क्या है वात्सल्य योजना, कैसे करें अपने बच्चे का भविष्य उज्ज्वल
यह भी पढ़ें – किसान क्रेडिट कार्ड: क्या है और भारत में कैसे बनता है?
यह भी पढ़ें – साल 2024 मे भारत में प्रॉपर्टी निवेश के अवसर
भारतीय मीडिया (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व डिजिटल मीडिया) जगत मे 14 वर्षो का अनुभव साथ ही वर्ष 2016 से अपनी खुद की डिजिटल मीडिया कंपनी चलाने का अनुभव । विभिन्न विषयो पर अच्छी जानकारी ख़ासकर फाईनेंस व डिजिटल मार्केटिंग मे महारथ हासिल है । जिनमे financemoney.info भी एक हिस्सा है और पाठको पूरा रिसर्च सहित जानकारी प्राप्त हो इसलिए खुद हर पोस्ट को बारीकी से जाँचते हैं।